सन्देश
मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है की, दी नोबल फाउंडेशन, जयपुर द्वारा 11 वी सदी की नायिका जानकी दादी जी के 104 वी जनम जयंती के अवसर पर उनको "नोबल अवॉर्ड" से सम्मानित किया जा रहा है इसकी मुझे बहुत खुशी है मै हृदय से उनका अभिवादन करती हू ईश्वर से प्रार्थना हे की दादी को और लम्बी उमर दे, समाज सेवा के लिये दीर्घ आयुरोगय इस पावन पर्व पर मुझे मुख्य अतिथि के रूप में निमंत्रित किया इसकी लिए मै आभारी हूँ |
मेरा जानकी दादी का बहुत नजदीकी संपर्क रहा है उन्होंने मुझे हमेशा प्रेम और ममता भरा स्नेह दिया है जिस कारण मै हमेशा उनको याद करती हूँ |
सहिष्णुता, सेवाभाव, मानव कल्याण यही जीवन का ध्येय है मन की शुद्धता और सदाचरण ही सबसे बड़ा धर्म हैं दादी जानकी एक ऐसी, दिव्य एवं अलौकिक महानतम देवी हैं, जो नारी शक्ति के रूप में अवतरित होकर विश्व कल्याण, मानवता, दया, करुणा, प्रेम, भाईचारे एवं विश्व शांति की अलख जगा रही हैं |
सो वर्षीय राजयोगिनी दादी जानकी को शहरी विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन का ब्रांड अम्बेसडर नियुक्त किया हैं | दादी जानकी आंतरिक और बाहरी स्वछता को लेकर भारत सहित पुरे विश्व के 140 देशों में मुहिम चलाती रही हैं | दादी का मानना है की बाहरी स्वछता के लिए मन की स्वछता भी होना जरूरी हैं | दादी जानकी को नारी उत्थान, समाजसेवा तथा विश्व शांति के लिये किये गए श्रेष्ठ कार्यो के लिए विश्व शांति पुरष्कार से नवाजा गया दादी जी ने पुरे विश्व में महिलाओं को सशक्त कर शक्ति स्वरुप बनाने का प्रयास किया हैं | उनके समाजिक उत्थान और विश्व शांति का प्रयास निसंदेह समाज को मार्ग दर्शन करता रहेगा |
दी नोबल फाउंडेशन एवं भरमा कुमारीज संस्था से जुड़े सभी भाई बहनो को मेरी और से शुभकामनाएँ! कार्यक्रम से जुड़े सभी लोगो को अपनी बधाई देती हु और इनकी सफलता की कामना करती हूँ |

(प्रतिभा देवीसिंह पाटील)